बहुत सुहाना सफ़र है आगे
के फिर उसी का शहर है आगे
मुझे पता है, सियाह रातों
मेरे लिए फिर सहर है आगे
लगी हुई है जो भीड़ इतनी,
किसी दीवाने का घर है आगे
सफ़र समंदर का, मत शुरू कर
जो डूब जाने का डर है आगे
ये चलना 'साहिल' भी क्या है चलना
ख्याल पीछे, नज़र है आगे
के फिर उसी का शहर है आगे
मुझे पता है, सियाह रातों
मेरे लिए फिर सहर है आगे
लगी हुई है जो भीड़ इतनी,
किसी दीवाने का घर है आगे
सफ़र समंदर का, मत शुरू कर
जो डूब जाने का डर है आगे
ये चलना 'साहिल' भी क्या है चलना
ख्याल पीछे, नज़र है आगे