@ संगीता जी हमेशा ऐसा हरगिज़ नहीं होता........मगर आजकल जियादातर ऐसा देखने मैं आता है.........ये शेर उनकी तरफ से है जिन्हें ऐसा अनुभव हुआ है ......सबके लिए नहीं
sahil ji tippni or blog follow karne ka shukriya. aaj maine aapki sari rachna padi. sari ek se badkar ek lagi. par aapki profile me jo sher likha hua hai wo mujhe subse sunder lagi. dhanyabad.
बहुत खूब साहिल साहब ! आपने अपनी ग़ज़लों में बहुत खूब बहर चुने हैं जिनपे जगजीत साहब ने बेहतरीन ग़ज़लें गायी हैं, आपकी ग़ज़लें उन धुनों पे गुनगुनाने में बेपनाह लुत्फ मिलता है, क्या खूब हो के आपकी यह खूबसूरत शायरी खूबसूरत धुनों में हम सुनें... बहुत सी शुभकामनाएँ, लिखते रहिए !!!
अच्छी प्रस्तुति ...पर मीठा बोलने वाले का क्या मतलब ही होता है ?
ReplyDelete@ संगीता जी
ReplyDeleteहमेशा ऐसा हरगिज़ नहीं होता........मगर आजकल जियादातर ऐसा देखने मैं आता है.........ये शेर उनकी तरफ से है जिन्हें ऐसा अनुभव हुआ है ......सबके लिए नहीं
sundar rachna
ReplyDeletebahut badhiyaa
ReplyDeleteek khoobsurat ehsaas
ReplyDeletechhoti bahar ki sundar gazal..
ReplyDeletehar sher umda..
बहुत खूब ....।
ReplyDelete'duniya apni duniya ke ham
ReplyDeleteapna kya hai?sab hai apna'
umda sher..
achchhi gazal..
काबिले तारीफ. इन चंद शब्दों में आपने बहुत ही गहरी बात कह दी.... बहुत खूब
ReplyDeleteसृजन शिखर पर -- इंतजार
sahil ji tippni or blog follow karne ka shukriya. aaj maine aapki sari rachna padi. sari ek se badkar ek lagi. par aapki profile me jo sher likha hua hai wo mujhe subse sunder lagi. dhanyabad.
ReplyDeleteदुनिया अपनी , दुनिया के हम
ReplyDeleteअपना क्या है? सब है अपना
बहुत कम अलफ़ाज़ में इतनी ढेर-सी काम की बातें
कह डाली आपने अपनी ग़ज़ल में ... वाह !
हर शेर अपनी मिसाल खुद बन गया है
लफ़्ज़ों में पैग़ाम छिपा है
'साहिल' का ये ढब है अपना
Merry Christmas
ReplyDeletehope this christmas will bring happiness for you and your family.
Lyrics Mantra
आपको एवं आपके परिवार को क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनायें !
ReplyDeleteवैसे तो पूरी गजल बहुत सुंदर है .......परन्तु अंतिम शेर बहुत संजीदा है ....जिन्दगी से जुड़ा हुआ ..शुक्रिया
ReplyDeleteबढ़िया ग़ज़ल.
ReplyDeleteनए साल की हार्दिक शुभकामनायें.
बहुत खूब ...साहिल जी ... उनकी यादों में डूब कर ऐसा ही होता है .... आपको और आपके पूरे परिवार को नव वर्ष की बहुत बहुत बधाई ...
ReplyDeleteबहुत खूब साहिल साहब !
ReplyDeleteआपने अपनी ग़ज़लों में बहुत खूब बहर चुने हैं जिनपे जगजीत साहब ने बेहतरीन ग़ज़लें गायी हैं, आपकी ग़ज़लें उन धुनों पे गुनगुनाने में बेपनाह लुत्फ मिलता है, क्या खूब हो के आपकी यह खूबसूरत शायरी खूबसूरत धुनों में हम सुनें...
बहुत सी शुभकामनाएँ, लिखते रहिए !!!
saanson ki dori pe chalna
ReplyDeletejeena bhi kartab hai apna
kamal ka expression hai bhai.......